Sunday, May 30, 2010

श्री साईं आरती

आरती श्री साईं गुरुवर की l परमानन्द सदा सुरवर की ll
जाकी कृपा विपुल सुखकारी l दुःख, शोक, संकट, भयहारी ll
शिरडी में अवतार रचाया l चमत्कार से तत्व दिखाया ii
कितने भक्त चरण पर आये l वे सुख शांति चिरंतन पाये ii
भावः चारे मन में जैसा l पावत अनुभव वो ही वैसा ll
गुरु की लगावे तन को l समाधान लाभत उस मनको ll
साईं नाम सदा जो गावे l सो फल जग में शाश्वत पावे ll
गुरुबारसर करी पूजा सेवा l उस पर कृपा करत गुरुदेवा ll
राम, कृष्ण, हनुमान रूप में l दे दर्शन जानत जो मन में ll
विविध धर्म के सेवक आते l दर्शन से इच्छित फल पाते ll
जय बोलो साईबाबा की l जय बोलो अवधुतगुरु की ll
साईंदास आरती को गावे l घर में बसी सुख, मंगल पावे ll

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