ॐ जय गायत्री माता, स्वामी जय जगदम्बे माता |
तुम को निश दिन ध्यावत, हरि हर औ धाता ||
ॐ जय गायत्री माता ...
आदि शक्ति तुम जननी, जग पालन करनी |
दुःख शोक भय नाशनी, क्लेश कलह हत्री ||
ॐ जय गायत्री माता ...
तुम गंगा, तुम गीता, तुम ही सावित्री |
सविता शक्ति स्वरुपा माता गायत्री
ॐ जय गायत्री माता ...
स्वाहा स्वधा तुम हो तुम ही रुद्रानी
तुम विद्या तुम वाणी कमला कल्याणी
ॐ जय गायत्री माता ...
शुद्ध बुध्धि की दाता तुम तन की माता
तुष्टि दुष्टि तुम हो माँ क्रिद्धि श्रिद्धि दाता
ॐ जय गायत्री माता ...
तुम राधा तुम सीता तुम हो इन्द्राणी
परमा प्रकृति तुम ही हो माता ब्रम्हाणी
ॐ जय गायत्री माता ...
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